जमुई/बिहार, 22 जून 2024, शनिवार। अशोका पब्लिक स्कूल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन किया गया। प्राचार्य , शिक्षक- शिक्षिका , कर्मी और स्कूली बच्चों ने योगाभ्यास किया और इसके महत्व को जाना। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यानी 21 जून को भोर में पौ फटते ही योग , व्यायाम और प्रणायाम के चलते पूरा विद्यालय योगमय हो गया। मुख्य योग प्रशिक्षक ने भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार प्रार्थना के बाद शिथलीकरण अभ्यास में ग्रीवा संचालन , स्कंध संचालन , कटि संचालन , घुटना संचालन , योगासन में ताड़ासन , त्रिकोण आसन , भद्रासन , वज्रासन , मंडूक आसन , वक्र आसान , मकरासन . भुजंगासन , सलभासन , उत्तानपाद आसन , पवनमुक्तासन , प्राणायाम में कपालभाति , अनुलोम विलोम , शीतली , भ्रामरी , ध्यान आदि का अभ्यास कराया और इसे जीवन के लिए अत्यंत लाभकारी करार दिया।
प्राचार्य अर्नब मुखर्जी ने इस अवसर पर कहा कि शारीरिक विकारों से बचने के लिए योग क्रियाओं का अभ्यास आवश्यक है। उन्होंने प्राचीन और पौराणिक वट वृक्ष के नीचे आश्रम से जुड़े साधकों को योगाभ्यास कराए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि इसके माध्यम से ही हम देश को ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। योग साधना के बल पर ही भारत विश्व का नेतृत्व कर सकता है। प्राचार्य ने सभी लोगों को योग के लिए प्रेरित किया।
उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का इस साल का थीम "स्वयं और समाज के लिए योग : व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक सद्भाव दोनों को बढ़ावा देने के लिए है"। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस इसे ही आदर्श मानकर पूरे विश्व में मनाया जा रहा है।