जमुई/बिहार। हर वर्ष 09 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। सभी नागरिकों के लिए उचित और निष्पक्ष न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। सीबीएसई मान्यता प्राप्त प्रसिद्ध निजी शिक्षण संस्थान ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल की बेटियों ने इस दिवस को यादगार बनाने के लिए जागरूकता रैली निकाला।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार सिंह ने व्यवहार न्यायालय परिसर से रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रैली शहर का भ्रमण कर पुनः न्यायालय परिसर पहुंचा और नुक्कड़ नाटक के जरिए राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस को परिभाषित किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार सिंह ने न्यायिक पदाधिकारियों , अधिवक्ताओं , कर्मियों के साथ स्कूल की बेटियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस सर्वोच्च न्यायालय की ओर से समाज के गरीब और कमजोर वर्ग को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया है। मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का सदस्य संविधान के अनुच्छेद 23 में मानव दुर्व्यवहार या बेगार का शिकार व्यक्ति , महिला या बालक , मानसिक रोगी या विकलांग व्यक्ति , अनपेक्षित अभाव जैसे बहुविनाश , जातीय हिंसा , जातीय अत्याचार , बाढ़ , सूखा , भूकंप , औद्योगिक श्रमिक , औद्योगिक संकट के शिकार , कारागृह , किशोर , मनोचिकित्सा अस्पताल , मनोचिकित्सीय परिचर्या गृह में अभिरक्षा में रखे गए लोग , ट्रांसजेंडर समुदाय से संबंधित , ऐसे व्यक्ति जिसकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम हो , एचआईवी या एड्स से पीड़ित व्यक्ति आदि संबंधित जन मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने का अधिकार रखते हैं। विधिक सेवा प्राप्त करने के हकदार व्यक्ति सादे कागज पर आवेदन कर सकते हैं।
कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली की ओर से मुफ्त कानूनी सलाह व सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 15100 जारी किया गया है। जिला स्तर पर मुफ्त कानूनी सलाह या सहायता के लिए किसी भी कार्य दिवस पर सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश रंजन , एडीजे पवन कुमार समेत कई न्यायिक पदाधिकारी एवं विद्वान अधिवक्ता उपस्थित थे।