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Tuesday, 1 November 2022

दिल्ली स्थापना दिवस पर विशेष! जानिए कैसे कलकत्ता से दिल्ली बनी देश की राजधानी

नई दिल्ली (New Delhi), 1 नवंबर : भारत की राजधानी है यह भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के केंद्र के रूप में कार्य करती है नई दिल्ली दिल्ली महानगर के भीतर स्थित है और यह दिल्ली संघ राज्य क्षेत्र के ग्यारह ज़िलों में से एक है। भारत पर अंग्रेज शासनकाल के दौरान सन् 1911 तक भारत की राजधानी कलकत्ता था अंग्रेज शासकों ने यह महसूस किया कि देश का शासन बेहतर तरीके से चलाने के लिए कलकत्ता की जगह यदि दिल्‍ली को राजधानी बनाया जाए तो बेहतर होगा। क्‍योंकि यहां से शासन का संचालन अधिक प्रभावी होगा इस पर विचार करने के बाद अंग्रेज महाराजा जॉर्ज पंचम ने देश की राजधानी को दिल्‍ली ले जाने के लिए आदेश दे दिए

और वर्ष 2011 में दिल्ली महानगर की जनसंख्या 168 लाख थी दिल्ली की जनसंख्या इसे दुनिया में पाँचवीं सबसे अधिक आबादी वाला और भारत का सबसे बड़ा महानगर बनाती है क्षेत्रफल के अनुसार से भी दिल्ली दुनिया के बड़े महानगरों में से एक है मुम्बई के बाद, वह देश का दूसरा सबसे अमीर शहर है और दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद दक्षिण, पश्चिम और मध्य एशिया के शहरों में दूसरे नम्बर पर आता है नई दिल्ली अपनी चौड़ी सड़कों, वृक्ष-अच्छादित मार्गों और देश के कई शीर्ष संस्थानो और स्थलचिह्नों के लिए जानी जाती है।

1911 के दिल्ली दरबार के दौरान, 15 दिसम्बर को शहर की नींव भारत के सम्राट, जॉर्ज पंचम ने रखी और प्रमुख ब्रिटिश वास्तुकार सर एड्विन लुट्यन्स और सर हर्बर्ट बेकर ने इसकी रूपरेखा तैयार किया था ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन द्वारा 13 फ़रवरी 1931 को नई दिल्ली का उद्धघाटन हुआ बोलचाल की भाषा में हालाँकि दिल्ली और नई दिल्ली यह दोनों नाम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के अधिकार क्षेत्र को संदर्भित करने के लिए प्रयोग किया जाता हैं मगर यह दो अलग-अलग संस्था हैं और नई दिल्ली, दिल्ली महानगर का छोटा सा हिस्सा है !!

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